एक तरबूज के लिए महायुद्ध : हजारों सैनिक मारे गए थे

इंडिया और पाकिस्तान के बीच आपने कश्मीर के लिए युद्ध होते सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी एक तरबूज के लिए महायुद्ध होते सुना है अगर नही तो आज जानेंगे ।
दरसल ये बात है 1644 के भारत के राजस्थान की जहा के दो रियासतों के बीच एक तरबूज के लिए युद्ध हो गया जिसमें हजारों लोग मारे गए थे ।
हुया कुछ ये था की एक तरबूज का पौधा बीकानेर रियासत के सीमा पर उगा था लेकिन वही तरबूज का पौधा बड़ा होकर नगोड़ी रियासत के सीमा पर फैल गया जिसके बाद क्या दोनो रियासत के लोग कहने लगे की ये तरबूज मेरा है और ये मामला इतना गंभीर हो गया था ना की दोनो रियासतों के लोग रात रात भर जागकर वहा पेहरा देने लगे की कोही उस पौधे को उखाड़ ना ले और इसको लेकर दोनो रियासतों के लोगो में काफ़ी नोकझोक होने लगी तभी ये बात दोनो रियासतों के राजाओं तक पोहोची लेकिन उनसे भी ये फैसला नहीं हो पाया की आगे क्या करना है ।
जिसके बाद क्या दोनो रियासतों के सैनिक हजारों के संख्या में सिनापर आकर युद्ध के लिए तैयार हो गए और युद्ध भीड़ गया ये युद्ध कही समय तक चला जिसमे हजारों सैनिकों ने अपनी जान गवा दी और अंत में ये युद्ध बिकानेर रियासत ने जीता और वो तरबूज उसका हो गया मतलब एक तरबूज के लिए इतने सैनिको ने अपनी जान गवां दी थी ।