10 ठेस स्वाध्याय हिंदी। Thes Swadhyay hindi class 10 (पूरक पठन)

१० ठेस स्वाध्याय हिंदी। Thes Swadhyay hindi class 10 (पूरक पठन) । Maharashtra State Board Class 10 Hindi Lokbharti Chapter 10 ठेस

10 ठेस स्वाध्याय हिंदी

(पूरक पठन)

* सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :

(१) संजाल पूर्ण कीजिए:

10 ठेस स्वाध्याय हिंदी। Thes Swadhyay hindi class 10 (पूरक पठन)
सिरचन को आने वाले काम

उत्तर:

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(२) कृति पूर्ण कीजिए :

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उत्तर:

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उत्तर:

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(३) वाक्‍यों का उचित क्रम लगाकर लिखिए :

१. सातों तारे मंद पड़ गए ।

२. ये मेरी ओर से हैं । सब चीजें हैं दीदी ।

३. लोग उसको बेकार ही नहीं, ‘बेगार’ समझते हैं ।

४. मानू दीदी काकी की सबसे छोटी बेटी है ।

उत्तर:

(१) सातों तारे मंद पड़ रहे हैं।

(२) ये मेरी ओर से हैं। सब चीजें हैं दीदी!

(३) लोग उसको बेकार ही नहीं, ‘बेगार’ समझते हैं।

(४) मानू दीदी काकी की सबसे छोटी बेटी है।

अभिव्यक्ति

‘कला और कलाकार का सम्‍मान करना हमारा दायित्‍व है’, इस कथन पर अपने विचारों काे शब्‍दबद्‌ध कीजिए ।

उत्तर:

हमारे देश की संस्कृति में लोक कलाओं की सशक्त पहचान रही है। ये मूलतः ग्रामीण अंचलों में अनेक जातियों व जनजातियों में पीढ़ी-दर-पीढ़ी संरक्षित पारंपरिक कलाएँ हैं। लोक कला का इतिहास उतना ही पुराना है, जितना कि भारतीय ग्रामीण सभ्यता का। लोक कलाओं में लोकगीत, लोकनृत्य, गायन, वादन, अभिनय, मूर्तिकला, काष्ठकला, धातुकला, चित्रकला, हस्तकला आदि का समावेश होता है। हस्तकला ऐसे कलात्मक कार्य को कहते हैं, जो उपयोगी होने के साथ-साथ सजाने के काम आता है तथा जिसे मुख्यतः हाथ से या साधारण औजारों की सहायता से ही किया जाता है।ऐसी कलाओं का धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्त्व होता है।

वर्तमान में लोक कलाओं और कलाकारों को उचित प्रश्रय न मिलने के कारण अनेक लोक कलाओं पर संकट उत्पन्न हो गया है। धीरे-धीरे समय परिवर्तन, भौतिकतावाद, पश्चिमीकरण तथा आर्थिक संपन्नता के कारण परंपरागत लोक कलाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। जनता व प्रशासन दोनों को ही लोक कलाओं और कलाकारों की पहचान नष्ट होने से बचाने के प्रयास करने चाहिए।

हिंदी – Maharashtra State Board Class 10 Hindi Lokbharti Digest

 

11. कृषक गान
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